जमुई में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम नवीन और पुलिस अधीक्षक विश्वजीत दयाल ने रविवार शाम 4 बजे बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों का निरीक्षण किया। उन्होंने जमुई, सिकंदरा, झाझा और चकाई विधानसभा क्षेत्रों के लिए बनाए गए नामांकन केंद्र, डिस्पैच सेंटर, ईवीएम कमिश्निंग, ईवीएम सीलिंग और स्ट्रांग रूम स्थलों का संयुक्त जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान, जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने डिस्पैच सेंटर की संपूर्ण संरचना, यातायात नियंत्रण, वाहन पार्किंग, पोलिंग पार्टी प्रेषण और सुरक्षा व्यवस्था की विस्तृत समीक्षा की। डीएम ने निर्देश दिया कि सभी तैयारियां निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप व्यवस्थित और सुरक्षित ढंग से की जाएं।
पंडाल और वाहन पार्किंग की हो अलग व्यवस्था
डीएम ने यह भी कहा कि, प्रत्येक क्षेत्र में पोलिंग पार्टी मिलान, पंडाल और वाहन पार्किंग स्थल की अलग से व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने सामग्री की सीसीटीवी निगरानी, लोडिंग-अनलोडिंग प्रणाली और सुरक्षा बलों की तैनाती पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
जमुई में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम नवीन और पुलिस अधीक्षक विश्वजीत दयाल ने रविवार को विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों का निरीक्षण किया।
जमुई में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम नवीन और पुलिस अधीक्षक विश्वजीत दयाल ने रविवार को विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों का निरीक्षण किया।
उन्होंने जोर देकर कहा कि डिस्पैच सेंटर निर्वाचन प्रक्रिया का सबसे महत्वपूर्ण केंद्र बिंदु है, इसलिए यहां की हर व्यवस्था पूरी तरह से सुव्यवस्थित, सुरक्षित और पारदर्शी होनी चाहिए। पोलिंग पार्टी मिलन, सामग्री वितरण, भोजन एवं पेयजल सुविधा, शौचालय व्यवस्था और बैरिकेडिंग की तैयारी को प्राथमिकता दी जाए।
केंद्रों के बाहर हेल्प डेस्क
इसके अतिरिक्त, समाहरणालय में चारों विधानसभाओं के लिए अलग-अलग नामांकन केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों के बाहर हेल्प डेस्क, अभ्यर्थियों को प्रपत्र भरने में सहायता और सीसीटीवी सहित अन्य सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। डीएम ने भारत निर्वाचन आयोग के सभी दिशानिर्देशों का अच्छे से पालन करवाने को लेकर निर्देशित किया।
निरीक्षण के क्रम में, अनुमंडल पदाधिकारी को नामांकन के दृष्टिकोण से क्षेत्र का ट्रैफिक प्लान तैयार करने का निर्देश दिया गया। इसके बाद, डीएम ने अनुमंडल कार्यालय में बनाए गए सिंगल विंडो कक्ष का भी निरीक्षण किया और निर्देश दिया कि सिंगल विंडो में आने वाले आवेदनों को जिला व्यय कोषांग को अवश्य अवगत कराया जाए।

